महोबा। बेलाताल क्षेत्र के मुढ़ारी गांव में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं को लेकर बुन्देली गीतों के द्वारा जागरूक किया गया।
लखन लाल बुन्देलखण्डी लोक नृत्य समिति के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक व लोक गीत, नृत्य के जरियें बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं का संदेश दिया है। बुन्देली लोक गीत गायिका पे्रेमवती कुशवाहा ने बिटिया भारत में कम हो रही अब तो चेत जाओं इंसान, बात लइयों जा मान बिटिया खा अपनी बचैने, बिटियन खा अपनी पढ़ौने के गीत से जागरूक किया है। इस मौके पर लखन लाल ने जनताजनार्दन से आग्रह किया लड़का हो या लड़की दोनो बराबर के हकदार है इसलिए उन्हें बराबरी से पढ़ायें और आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करें, क्योकि आज हमारी बहने और बेटियां कंधे से कंधा मिलकर हर विभाग की नौकरियों में कार्यरत है, उन्होंने कहां कि आज की बेटिया ट्रेन चला रही है वे चांद तक पहुंच गयी है और बेटी ही हमारी मां, बहिन है, बेटी ही किसी की पत्नी का रूप धारण करती है, जिस तरह धरती पर बेटे को जन्म लेने का अधिकार है ठीक उसी तरह बेटी का भी अधिकार है, जन्म से पहले लिंग की जांच मत करवायें और न ही बेटी के संदेह होने पर गर्भपात करायें। देश में बेटियों के जन्म का प्रतिशत बेटों की अपेक्षा कम हो रहा है, यह देश के लिये चिंता का विषय है। आने वाले भविष्य में देश में लोगों को बेटियों की कमी महसूस करना होगी जो ठीक बात नही है।
बिटिया खां अपनी बचाने, बिटिया खां अपनी पढ़ाने