उरई। ड्राइवर को बंधक बनाकर नोयडा से इनोवा अपहृत करके ले जा रहे बदमाशों की कालपी के पास घेराबंदी हो गयी। साईं बाबा मंदिर के करीब आधी रात के बाद उन्होंने मोटर साइकिल से पीछा कर रहे सिपाहियों को रौंदने का प्रयास किया जिससे दोनो जाबांज सिपाही बुरी तरह जख्मी हो गये। इस बीच बदमाश गाड़ी से निकल भागे। मौके पर पहुंचे कालपी कोतवाली और ज्ञान भारती चौकी के फोर्स ने ड्राइवर को मुक्त कराकर इनोवा को कब्जे में ले लिया। आईजी झांसी ने दोनों सिपाहियों को नगद इनाम की घोषणा कर उनकी हौसलाफजाई की। फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक डा. सतीश कुमार ने बताया कि इनोवा यमुना एक्सप्रेस का काम करने वाली कंपनी के अधिकारियों की थी। ड्राइवर गाड़ी लेकर जा रहा था तभी तीनों बदमाश मिल गये। उन्होंने ड्राइवर को अपने साथ मरीज होने के बहाने से फुसलाया और आगरा तक उसे छुड़वाने के नाम पर बैठ गये। जब देर रात तक ड्राइवर अपने घर नही पहुंचा तो परिजनों ने कंपनी के अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होनें जीपीएस से इनोवा की लोकेशन ट्रेस की। गाड़ी इटावा के आगे की लोकेशन बता रही थी। इसके बाद सभी टोल सतर्क कर दिये गये। गाड़ी का नंबर प्रसारित कर हाइवे पर दूर तक पुलिस को सतर्क कर दिया गया।
इस चौकसी के चलते कालपी के पास सिपाही महावीर सिंह और प्रवीण राज शर्मा ने पिकेट डयूटी के दौरान जोल्हूपुर के करीब उक्त नंबर की इनोवा देख टोका तो बदमाशों ने उसकी रफ्तार बढ़ा दी। सिपाहियों ने मोटर साइकिल से पीछा करते हुए सूचना कालपी कोतवाली और ज्ञान भारती चौकी को भी दे डाली। पुलिस से घिरता देख बदमाशों ने इनोवा सिपाहियों की मोटर साइकिल पर चढ़ा दी। जिससे दोनों घायल हो गये और बदमाश इनोवा वहीं छोड़कर भाग निकले।
झांसी परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुभाष बघेल ने बहादुर सिपाहियों महावीर सिंह और प्रवीण राज शर्मा को ढाई-ढाई हजार रुपये का इनाम दिया है। बदमाशों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
चालक को बंधक बनाकर भाग रहे बदमाशों ने पुलिस सिपाहियों को रौंदा